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Bengal: एक महिला द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों पर राज्यपाल ने क्या कहा?

पश्चिम Bengal में सत्तारूढ़ तृणमूल Congress के नेताओं ने दावा किया है कि राज्यपाल CV Anand Bose पर एक महिला से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है। नेताओं के इस आरोप पर राज्यपाल ने प्रतिक्रिया देते हुए सभी आरोपों से इनकार किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि ये सब चुनावी फायदे के लिए उन्हें बदनाम करने के लिए किया जा रहा है.

पश्चिम Bengal के राज्यपाल CV Anand Bose ने अपने ऊपर लगे छेड़छाड़ के आरोपों पर बात करते हुए कहा कि मैं इन मनगढ़ंत आरोपों से नहीं डरता. वहीं, राज्यपाल पर लगे आरोपों पर TMC नेता Shashi Panja ने कहा कि जो व्यक्ति संदेशखाली में छेड़छाड़ की बात करते थे, उन्होंने खुद एक महिला के साथ छेड़छाड़ की है, यह क्या है और उन्होंने खुद ही शिकायत दर्ज कराई है. क्या वह खुद झूठ बोल रही है? वह किसी दूसरी महिला के बारे में बात कर रही है. अपराध किया गया है, इसके पीछे तृणमूल Congress का कोई मकसद नहीं है.

इस मामले से चुनावी फायदा चाहते हैं: Anand Bose

इस मामले को लेकर तृणमूल Congress के वरिष्ठ नेता 2 मई को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर दावा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि राजभवन में काम करने वाली महिला को पुलिस स्टेशन ले जाया गया है. Anand Bose ने इस आरोप से इनकार किया और कहा कि अगर कोई मुझे बदनाम करके कुछ चुनावी फायदा चाहता है तो भगवान उन्हें आशीर्वाद दे, लेकिन वे Bengal में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते. मैं इन सब से डरने वाला नहीं हूं और सच्चाई की जीत होगी.’

महिलाओं के बारे में बोलने का अधिकार नहीं: Mamta

इस मामले पर बयान देते हुए Mamta Banerjee ने कहा है कि राज्यपाल ने एक युवा लड़की के साथ दुर्व्यवहार किया और उसके आंसुओं का मुझ पर असर हुआ है. उसके साथ दो बार छेड़छाड़ की गई और मैंने उसके रोने के वीडियो देखे हैं। संदेशखाली जैसी कोई भी साजिश रचने से पहले पहले खुद को देख लें. दिन हो या रात किसी भी समय इन लड़कियों को बुलाकर उनके साथ दुर्व्यवहार करना, आपको प्रदेश की महिलाओं के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है.

राज्य भवन के कर्मचारियों ने दिखाई एकजुटता

पीड़िता ने राज्यपाल CV Anand Bose पर नौकरी दिलाने के बहाने राजभवन के अंदर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने बताया कि उसने 1 जून 2019 को नौकरी ज्वाइन की थी. पीड़िता ने यह रिपोर्ट Bengal पुलिस में दर्ज कराई है. रिपोर्ट दर्ज कराते वक्त उसने कहा कि अगर मैंने आज विरोध नहीं किया तो कल किसी और के साथ छेड़छाड़ की जाएगी। राज्यपाल ने कहा कि कुछ समय पहले राज्य भवन के दो असंतुष्ट कर्मचारियों ने राज्य भवन के कुछ कर्मचारियों पर ऐसे आरोप लगाए थे, इस मामले में उन सभी ने राज्यपाल के साथ एकजुटता दिखाई है.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है और वे इसकी जांच कर रहे हैं. राज्यपाल ने कहा कि यह सब मनगढ़ंत कहानी है जिसका आरोप तब लगाया जा रहा है जब प्रधानमंत्री Narendra Modi कोलकाता आने वाले हैं और लोगों को पता है कि वह राजभवन में ही रुकेंगे. यह सब लोकसभा चुनाव में फायदे के लिए किया जा रहा है. राजभवन सूत्रों के मुताबिक आरोप लगाने वाली महिला राजभवन में ही मौजूद अपने प्रेमी के साथ मिलकर लोगों की शिकायतें भारत निर्वाचन आयोग को भेजने से रोक रही थी. इस मामले का खुलासा होने के बाद महिला को अधिकारियों ने डांट लगाई, जिसके बाद उसने छेड़छाड़ का आरोप लगाया. फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है और इस बीच राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.

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